PM Vishwakarma Yojana: भारत सरकार द्वारा देश के पारम्परिक व्यवसायों एवं वस्तु निर्माण में लगे कारीगरों एवं शिल्पकारों के व्यापर वृद्धि और आर्थिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से पीएम विश्वकर्मा योजना को चलाया जा रहा है। पीएम विश्वकर्मा योजना के माध्यम से भारत सरकार देश के अलग अलग व्यवसायों में कार्य कर रहे 18 प्रकार के कारीगरों एवं शिल्पकारों को मौद्रिक सहायता प्रदान कर रही है। मौद्रिक समर्थन के अतिरिक्त इन विश्वकर्माओं को आधुनिक आवश्यकता अनुसार कौशल प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। साथ ही इन विश्वकर्माओं को कम ब्याज दर पर सरकार द्वारा ऋण सहायता भी उपलब्ध कराया जा रहा है जिस पर सरकार ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है।
यदि आप भी एक विश्वकर्मा है और अपने हाथों की कलाओं और औजारों की सहायता से वस्तुओं का निर्माण कर स्वयं का रोजगार कर रहे है तो आपको विश्वकर्मा योजना के बारे में अवश्य ही जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। इस लेख में हमने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के बारे में सभी जानकारी स्पष्ट और विगतवार बताई है जिसे अंत तक पढ़कर और समझकर आप इसका लाभ ले पाएंगे। साथ ही पेज के अंत में आपको पीएम विश्वकर्मा योजना से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण लिंक भी मिल जायेंगे जो आपके लिए अति उपयोगी होंगे। तो आईये शुरू करते है और जानते है PM Vishwakarma Yojana के बारे में विस्तार से।
PM Vishwakarma Yojana 2024 के बारे में
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की शुरुआत प्रधान मंत्री मोदी द्वारा सितम्बर 2023 में की गयी थी जिसके माध्यम से देश के सभी क्षेत्रों में कार्य कर रहे विश्वकर्माओं को प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता दिया जा रहा है। इस योजना को भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अधीन संचालित किया जा रहा है। आपको बता दें की पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत भारत सरकार पात्र शिल्पकारों और कारीगरों को उचित प्रशिक्षण और प्रशिक्षण के दौरान मौद्रिक सहायता देती है। सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले विश्वकर्माओं को टूलकिट खरीदने के लिए एकमुश्त सहायता राशि भी दी जाती है। इन सबके अतिरिक्त विश्वकर्माओं को आसान शर्तों में ऋण सहायता भी उपलब्ध कराया जाता है।
पीएम विश्वकर्मा योजना 2024 का हाईलाइट
योजना | PM Vishwakarma Yojana |
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सम्बंधित सरकार | भारत की केंद्र सरकार |
मंत्रालय | सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय |
योजना प्रारम्भ तिथि | 17 सितम्बर 2023 |
उद्देश्य | पारम्परिक शिल्पकारों एवं कारीगरों का सशक्तिकरण |
लाभ | प्रशिक्षण एवं मौद्रिक सहायता, ऋण सहायता |
मौद्रिक सहायता की राशि | एकमुश्त 15,000/- रूपये, प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन 500/- रूपये |
लाभार्थी वर्ग | 18 प्रकार के कारीगर एवं शिल्पकार |
रजिस्ट्रेशन एवं आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://pmvishwakarma.gov.in/ |
PM Vishwakarma Yojana 2024 का उद्देश्य
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना को शुरू करने का निर्णय लिया गया है जिसका मुख्य उद्देश्य भारत में परंपरागत व्यवसायों में अपने हाथों की कला और औजारों/उपकरणों की सहायता से विभिन्न वस्तुओं के निर्माण करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण देकर उन्नत बनाना है। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा प्रशिक्षण के अतिरिक्त इन विश्वकर्माओं को आर्थिक सहायता भी दिया जा रहा है ताकि उनके व्यवसाय का विस्तार हो सके और वे पहले से बेहतर तरीके से पहले से अधिक आमदनी अर्जित करने में समर्थ हो पाएं।
इस योजना के माध्यम से देश में बढ़ई, नाई, मोची, लोहार, सोनार, दरजी इत्यादि श्रेणी के विश्वकर्माओं को प्रशिक्षित कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने का कार्य किया जा रहा है। कुल 18 प्रकार के काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को PM Vishwakarma Yojana के तहत सूचीबद्ध किया गया है जिन्हे इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। इससे देश में लाखों की संख्या में कार्य कर रहे इन विश्वकर्माओं की आर्थिक स्थिति और व्यवसाय में व्यापक सुधार होंगे और वे पहले से अधिक सक्षम होकर देश की आर्थिक विकास में उचित योगदान दे पाएंगे।
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फायदे एवं विशेषताएं
PM Vishwakarma Yojana के क्या क्या फायदे है और साथ ही इस योजना की प्रमुख विशेषताएं क्या क्या है इसके बारे में नीचे दिए गए बिंदुओं से समझा जा सकता है।
- पीएम विश्वकर्मा योजना को भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रारम्भ किया गया है जिसका लक्ष्य देश के विश्वकर्माओं का कल्याण करना है।
- इस योजना के अंतर्गत देश के अंदर 18 प्रकार के पारम्परिक व्यवसायों में अपने हाथों की कला और औजारों की सहायता से काम करने वाले नागरिकों को सरकारी सहायता दी जाएगी।
- पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत पात्र विश्वकर्माओं को सरकार द्वारा उनके क्षेत्र से जुड़ा उचित प्रशिक्षण दिया जायेगा।
- प्रशिक्षण के दौरान लाभार्थियों को हर दिन के हिसाब से 500 रूपये की सहायता दी जाएगी ताकि उनके दैनिक आमदनी पर कोई असर न हो।
- प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले लाभार्थियों को सरकार की और से एकमुश्त 15000/- रूपये की सहायता भी प्राप्त होगा जो उन्हें टूलकिट अथवा औजार खरीदने के लिए दिया जायेगा।
- सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और पहचान पत्र भी दिया जायेगा जिससे विश्वकर्माओं को एक नयी पहचान मिलेगी और उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- कौशल प्रशिक्षण के तहत दो प्रकार का ट्रेनिंग कोर्स उपलब्ध होगा। पहला कोर्स 40 घंटों (5-7 दिन) का होगा जिसे बेसिक ट्रेनिंग कहा गया है वहीं एडवांस ट्रेनिंग कोर्स की अवधि 120 घंटों (15 दिन) की होगी।
- PM Vishwakarma Yojana के द्वारा सरकार विश्वकर्माओं को उनके द्वारा निर्मित विभिन्न सामग्रियों और वस्तुओं को बाजार समर्थन भी देगी। इसके लिए राष्ट्रीय विपणन समिति के माध्यम से विश्वकर्माओं द्वारा निर्मित वस्तुओं को गुणवत्ता प्रमाणपत्र, ब्रांडिंग, विज्ञापन द्वारा प्रचार-प्रसार इत्यादि की सुविधा दी जाएगी।
- डिजिटल लेनदेन में विश्वकर्माओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सरकार उन्हें हर महीने प्रत्येक 100 डिजिटल लेनदेन पर एक रूपये प्रति लेनदेन के हिसाब से 100/- रूपये का प्रोत्साहन देगी।
PM Vishwakarma Yojana Loan की सुविधा
केंद्र सरकार ने विश्वकर्माओं के लिए ऋण सहायता का द्वार भी खोल दिया है। अर्थात कोई भी विश्वकर्मा अपने जरुरत के हिसाब से अपने व्यवसाय के विकास के लिए आसान शर्तों में ऋण प्राप्त कर सकते है। PM Vishwakarma Yojana के तहत अधिकतम 2.00 लाख रूपये तक का ऋण प्राप्त किया जा सकता है जिसपर लगने वाले ब्याज की दर भी काफी कम रहने वाली है। पीएम विश्वकर्मा लोन की जानकारी इस प्रकार है :
- प्रथम ऋण की राशि – 1,00,000/- रूपये तक जिसके लिए कुछ गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होगी न ही किसी गारंटर की आवश्यकता होगी। इस ऋण को चुकाने के लिए लेनदार के पास 18 महीनों का समय होगा जिस दौरान किश्तों में ऋण का पुनर्भुगतान किया जा सकेगा।
- प्रथम ऋण चुकाने वाले लाभार्थी दूसरे ऋण की 2,00,000/- रूपये के लिए आवेदन कर सकते है। इस ऋण को चुकाने के लिए लेनदार को 30 महीनों का समय दिया जायेगा जिस दौरान किश्तों के माध्यम से ऋण का पुनर्भुगतान किया जा सकेगा।
- PM Vishwakarma Yojana के तहत लिए गए ऋण पर लेनदार को मात्र 5% का वार्षिक ब्याज लगेगा और ब्याज का शेष भाग का भुगतान भारत सरकार करेगी।
- विश्वकर्माओं के पास समय से पहले भी ऋण चुकाने का विकल्प उपलब्ध होगा।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थी
PM Vishwakarma Yojana के अंतर्गत कुल 18 प्रकार के कारीगरों एवं शिल्पकारों को सम्मिलित किया गया है जो पारम्परिक तरीके से स्वरोजगार कर अपना जीवन यापन कर रहे है। उन 18 पारम्परिक व्यवसायों का विवरण इस प्रकार है।
बढ़ई (सुथार/बधाई), नाव निर्माता, कवच बनाने वाला, लोहार (लोहार), हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार (सोनार), कुम्हार, मूर्तिकार (मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाला), पत्थर तोड़ने वाला, मोची (चर्मकार) / जूता कारीगर/फुटवियर कारीगर, राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई, माला निर्माता (मालाकार), धोबी (धोबी), दर्जी (दारजी) और मछली पकड़ने का जाल निर्माता
पात्रता मानदंड
यदि आप पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ लेना चाहते है तो आपको इस योजना की पात्रता की शर्तों को अवश्य ही समझ लेना चाहिए। PM Vishwakarma Yojana के तहत निर्धारित पात्रता की शर्तों को नीचे दिए गए बिंदुओं से समझा जा सकता है।
- आवेदक भारत का नागरिक हो
- आवेदक शिल्पकार अथवा कारीगर हो जो अपने हाथों की कला और यंत्रों की सहायता से काम करते हो।
- आवेदक किसी असंगठित क्षेत्र में कार्य कर रहा हो और स्वयं के रोजगार से जीवन यापन कर रहा हो।
- आवेदक 18 में से किसी भी प्रकार के पारम्परिक पारिवारिक व्यवसाय में कार्य कर रहा हो।
- आवेदन के समय आवेदक की आयु 18 वर्ष से काम नहीं रहनी चाहिए।
- रजिस्ट्रेशन के समय आवेदक 18 में से किसी भी एक क्षेत्र में काम कर रहा हो।
- आवेदक द्वारा अंतिम 5 वर्षों के दौरान पीएम स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, पीएम मुद्रा योजना के तहत ऋण नहीं लिया गया हो।
- किसी भी परिवार से केवल एक व्यक्ति ही पीएम विश्वकर्मा के तहत लाभ के लिए पात्र होंगे।
- यदि किसी परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में है तो उस परिवार को पीएम विश्वकर्मा का लाभ नहीं मिलेगा।
दस्तावेजों की आवश्यकता
यदि आप PM Vishwakarma Yojana में आवेदन कर इसका लाभ लेने की सोच रहे है तो आपको इसमें आवेदन करते समय कुछ जरुरी दस्तावेजों को प्रस्तुत करना होगा जिसका विवरण इस प्रकार है।
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड (रजिस्ट्रेशन के लिए जरुरी)
- मोबाइल नंबर
- बैंक अकाउंट का डिटेल
नोट 1: यदि किसी आवेदक के पास राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है तो ऐसे में उन्हें अपने परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड प्रस्तुत करना होगा।
नोट 2: यदि किसी आवेदक के पास खुद का बैंक अकाउंट नहीं है तो उन्हें पहले बैंक में खाता खुलवाना होगा जिसके लिए उन्हें ग्राहक सेवा केंद्र द्वारा सहायता दी जाएगी।
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PM Vishwakarma Yojana में आवेदन की विधि
पीएम विश्वकर्मा योजना में रजिस्ट्रेशन एवं आवेदन की क्या प्रक्रिया है उसके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है जिसे अपनाकर आप PM Vishwakarma Yojana में अपना आवेदन जमा कर सकते है।
- इसके लिए पहले आपको अपने नजदीक के किसी ग्राहक सेवा केंद्र (CSC) पर जाना होगा।
- फिर आपको ग्राहक सेवा केंद्र के कर्मचारी से पीएम विश्वकर्मा के अंतर्गत आवेदन करने केलिए अनुरोध करना होगा।
- उसके बाद कर्मचारी द्वारा आपका विवरण आधिकारिक वेबसाइट पर दर्ज कर आधार का सत्यापन होगा।
- फिर आपके राशन कार्ड का विवरण भरा जायेगा और ओटीपी सत्यापन द्वारा रजिस्ट्रेशन का काम पूरा किया जायेगा।
- रजिस्ट्रेशन होने के बाद आपके मोबाइल पर रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त होगा जिसे सुरक्षित रखें।
- अब पुनः लॉगिन करके कर्मचारी ऑनलाइन आवेदन फॉर्म में सभी प्रविष्टियां करेंगे।
- फिर आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड किया जायेगा।
- सफलतापूर्वक आवेदन पूर्ण होने पर कर्मचारी आपको आवेदन संख्या देंगे जिसे भविष्य हेतु सुरक्षित रखें।
- इस प्रकार PM Vishwakarma Yojana में आपका आवेदन का कार्य संपन्न हो जायेगा।
उपयोगी लिंक्स
Important FAQs
पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है?
यह एक केंद्रीय योजना है जिसके माध्यम से भारत सरकार देश के विश्वकर्माओं को कौशल प्रशिक्षण एवं आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान करती है।
इस योजना के क्या फायदे है?
इस योजना के अंतर्गत विश्वकर्माओं को कौशल प्रशिक्षण, प्रमाणपत्र, 15,000 रूपये की आर्थिक सहायता एवं ऋण की सुविधा प्रदान की जाती है।
PM Vishwakarma Yojana के लिए कौन पात्र है?
इस योजना के तहत देश भर में 18 प्रकार के ऐसे कारीगरों एवं शिल्पकारों को समिल्लित किया गया है जो हाथों की कलाओं एवं अपने औजारों की सहायता से काम करते है।
पीएम विश्वकर्मा योजना में आवेदन की क्या प्रक्रिया है?
पीएम विश्वकर्मा योजना में ऑनलाइन आवेदन जमा किया जाता है जिसके लिए आवेदक को अपने नजदीक के ग्राहक सेवा केंद्र पर जाना होता है।